**आज, 30 मई 2025, देश के श्रमिक वर्ग की संघर्षशील विरासत—CITU (सिटू)—का 54वां स्थापना दिवस है।**
30 मई 1970 को, पूँजीवादी शोषण और दमन के विरुद्ध, श्रमिक वर्ग की संगठित आवाज़ को नया आधार मिला। **CITU का गठन भारतीय ट्रेड यूनियन आंदोलन के इतिहास में एक क्रांतिकारी मोड़ था**, जिसने “एकता और संघर्ष” के मूलमंत्र के साथ वर्ग संघर्ष की धार को तेज़ किया।
CITU न केवल एक ट्रेड यूनियन है, बल्कि **श्रमिक वर्ग की राजनीतिक चेतना का संगठित स्वरूप** है, जिसने हर दौर में शासक वर्ग की जनविरोधी नीतियों का डटकर प्रतिरोध किया। यह संघर्षों की वह मशाल है, जिसने निजीकरण, ठेका प्रथा, महंगाई और मज़दूर विरोधी कानूनों के ख़िलाफ़ करोड़ों मेहनतकशों को एकजुट किया
श्रमिक एकता जिंदाबाद!
CITU अमर रहे!
वर्ग संघर्ष तेज़ हो!**






