मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय अब पीएचडी करने वाले छात्रों को प्रतिमाह पांच हजार रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान करेगा। मेरठ से शिक्षा से जुड़ी खास खबरें पढ़ें एक क्लिक में।

विस्तार
मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय अब पीएचडी करने वाले छात्रों को प्रतिमाह पांच हजार रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान करेगा। जिसके लिए अभ्यर्थियों को 28 अप्रैल तक आवेदन करने होंगे। सीसीएसयू की ओर से 2025-26 में परिसर और उससे संबंधित कॉलेजों में पीएचडी अभ्यर्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए 28 अप्रैल तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। इसमें यूजीसी नेट उत्तीर्ण होने के साथ ही विवि की ओर से आरडीसी की संस्तुति मिलने, पीएचडी में पंजीकृत और पढ़ रहे छात्रों को छात्रवृत्ति मिलेगी।
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पांच लाख से कम वार्षिक आय वाले अभ्यर्थियों को सीसीएसयू की ओर से यह छात्रवृत्ति दी जाएगी। यह छात्रवृत्ति एक अप्रैल 2025 से 31 मार्च 2026 तक मिलेगी। सीसीएसयू के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. भूपेंद्र सिंह राणा ने बताया कि योग्यता एवं शर्ते पूरी करने वाले अभ्यर्थी आवेदन फार्म के साथ आरडीसी पत्र, नेट सर्टिफिकेट, आय प्रमाण पत्र, नेट सत्यापित प्रति और शपथ पत्र 20 अप्रैल तक जमा करेंगे। पीएचडी अभ्यर्थियों को यह छात्रवृत्ति दो वर्षों के लिए मिलेगी। इससे पहले यदि छात्र अपना शोध जमा कर देते हैं तो छात्रवृत्ति उसी तिथि से बंद हो जाएगी।

सीसीएसयू ने बीएड अंतिम वर्ष के परीक्षा फार्म सत्यापित न करने वाले कॉलेजों को दो दिन का मौका दिया है। फार्म सत्यापित करने के लिए 11 अप्रैल तक पोर्टल खुला रहेगा। इसमें 2262 छात्रों के फार्म सत्यापित होने है। अगर दो दिन में कॉलेज ने फार्म सत्यापित नहीं किए तो विवि ऐसे छात्राें के बार कोड तैयार नहीं करेगा जिससे वह 14 अप्रैल से शुरू होने वाली प्रयोगात्मक परीक्षा से बाहर हो जाएंगे।
बीओटी की परीक्षाएं 21 अप्रैल से
सीसीएसयू से संबंधित काॅलेजाें में बीएमआरआइडी आईटी द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं 25 अप्रैल से और बीओटी चतुर्थ वर्ष की परीक्षा 21 से 30 अप्रैल तक होगी। इसका कार्यक्रम विवि की वेबसाइट पर जारी कर दिया है।

दिल्ली रोड स्थित डीएन पॉलिटेक्निक में सिविल इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, कंप्यूटर साइंस एवं बायोटेक्नोलाॅजी के 169 छात्र-छात्राओं को टैबलेट वितरित किए गए। प्रधानाचार्य विरेंद्र आर्य ने छात्र-छात्राओं को टैबलेट वितरित किए। इस दौरान मनोज कुमार वार्ष्णेय, विपिन कुमार, तहूर जैदी, ब्रजेश हरित, पिंकी राजपूत, मांगेराम पाल, सागर कुमार, सत्यवीर सिंह, संदीप कुमार, रामदास और सुखदेव शर्मा आदि मौजूद रहे।
सुभारती में सलाहकार सदस्य बने सावन
सुभारती विश्वविद्यालय ने एनवायरमेंट क्लब संस्थापक सावन कनौजिया को राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की सलाहकार समिति में सदस्य मनोनीत किया है। समिति अध्यक्ष एवं चेयरमैन विश्वविद्यालय कुलपति मेजर जनरल जीके थपलियाल हैं। उन्होंने बीते नौ वर्षों से पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यरत फाजलपुर रोहटा रोड़ निवासी सावन कनौजिया को इस जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दीं।
डिजिटल क्रांति ने विश्व को परिवार और गांव में किया परिवर्तित : निधि सक्सेना
सीसीएसयू के विधि अध्ययन संस्थान में सूचना प्रौद्योगिकी समकालीन युग में मुद्दे और चुनौतियां विषय पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के समन्वयक डॉ. विवेक कुमार और डॉ. निधि सक्सेना ने किया।
समन्वयक डॉ. विवेक कुमार ने उद्घाटन भाषण में सूचना प्रौद्योगिकी की समकालीन व्यवस्था की अनिवार्यता पर जोर दिया। मुख्य वक्ता डॉ. निधि सक्सेना ने बताया कि डिजिटल क्रांति ने संपूर्ण विश्व को एक परिवार या गांव में परिवर्तित कर दिया है। उन्होंने उल्लेख किया कि इन चुनौतियों का सामना करने के लिए कानूनी ढांचे का सुदृढ़ीकरण अति आवश्यक है। संचालन डॉ. अपेक्षा चौधरी ने किया।

मेरठ में बीडीएस इंटरनेशनल स्कूल में बुधवार को श्रीलंका के शिक्षाविदों का एक अंतरराष्ट्रीय प्रितनिधिमंडल विद्यालय में भ्रमण के लिए आया। उन्होंने भारत को श्रीलंका का बड़ा भाई बताया।
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह जब प्रधानमंत्री मोदी श्रीलंका आए थे तब उन्होंने कहा कि भारत और श्रीलंका दोनों मिलकर देश को मजबूत बनाएंगे। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के डायरेक्टर आकर्ष मोहन और विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. गोपाल दीक्षित एवं श्रीलंका से आए शिक्षाविदों ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। प्रितनिधिमंडल ने संगीत कक्ष का अवलोकन किया। कार्यक्रम में आए सभी शिक्षाविदों को शॉल और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। साथ ही विद्यालय के डायरेक्टर आकर्ष मोहन ने कहा कि आपके अनुभव एवं ज्ञान से हमारे विद्यार्थियों को बहुत कुछ सीखने को मिला।
आईआईएमटी में उद्यमशीलता और नवाचार का हुआ संगम
गंगानगर स्थित आईआईएमटी विश्वविद्यालय गंगानगर में स्टार्टअप को प्रमोट करने के लिए उद्यमिता और नवोन्नयन वर्कशॉप की गई। आईआईएमटी बिजनेस इनक्यूबेटर फाउंडेशन और नेस्कॉम फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में हुई कार्यशाला में 300 से ज्यादा इंजीनियरिंग के छात्रों ने भाग लिया।
नेस्कॉम के प्रोग्राम एग्जीक्यूटिव तपोवर्धन सिंह ने बताया कि छात्रों के पास ऐसे बेहतरीन बिजनेस आइडिया हैं जिनमें आगे जाने की संभावनाएं हैं। नवोन्नयन के लिए अनुदान और हर तरह की सहायता देने का आश्वासन देते हुए छात्रों से आने की अपील की। 200 से अधिक छात्रों ने बिजनेस आइडिया जमा करवाए।
कुलपति डॉ. दीपा शर्मा ने नेस्कॉम फाउंडेशन थिंग इनक्यूबेटर का आभार व्यक्त किया। आईआईएमटी बिजनेस इन्क्यूबेटर फाउंडेशन के सीईओ वैभव शर्मा, सीनियर मैनेजर अक्षय राज, मैनेजर संदीप वर्मा, जेबा त्यागी, वैभव सिंह और जोया का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।






